यशवंत छाजटा ने नियुक्ति में देरी और पार्टी में खेमेबाज़ी की बातों से किया साफ इनकार
वर्तमान सुक्खू सरकार में लंबे समय से चल रहे नियुक्तियों के इंतजार के बीच यशवंत छाजटा की नियुक्ति हिमुडा उपाध्यक्ष के रूप में की गई है. यशवंत छाजटा को हिमाचल प्रदेश हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (हिमुडा) के उपाध्यक्ष के पद पर दूसरी बार नियुक्त किया गया है. इससे पहले पूर्व की वीरभद्र सिंह सरकार के दौरान भी यशवंत छाजटा हिमुडा के उपाध्यक्ष रह चूके हैं. बीते मंगलवार की शाम इसको लेकर अधिसूचना जारी की गई. इसके बाद गुरुवार की सुबह को यशवंत छाजटा औपचारिक रूप से हिमुडा के उपाध्यक्ष के रूप में दफ्तर संभालेंगे.
औपचारिक रूप से दफ्तर संभालने से पहले दूसरी बार हिमुडा उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति के लिए यशवंत छाजटा ने कांग्रेस नेतृत्व का धन्यवाद किया. यशवंत ने कहा कि उन पर विश्वास जताने के लिए वे वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हिमाचल के प्रभारी राजीव शुक्ला का आभार व्यक्त करते हैं. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का भी धन्यवाद किया.
यशवंत छाजटा ने कहा कि वे पहले भी वीरभद्र सिंह सरकार के दौरान इस पद पर रहे हैं. उन्होने कहा की हिमुडा के उत्थान के लिए बाहर लगातार काम करते रहेंगे. साथ ही उन्होंने झाठिया देवी में नए शहर बसाने और शिमला का डीकंजेशन करने जैसे मुद्दों पर प्राथमिकता से काम करने की बात कही. उन्होंने कहा हालांकि इसके लिए अभी केंद्र से मंजूरी का इंतजार करना होगा. झाठिया देवी में नया शहर बसाने के लिए 1300 करोड़ की योजना केंद्र के पास मंजूरी के लिए भेजी गई है. यशवंत छाजटा ने बताया कि उनके समय में झाठिया देवी में 300 बीघा जमीन का अधिग्रहण किया गया था.
वहीं गुटबाज़ी और देरी से नियुक्ति को लेकर यशवंत छाजटा ने कहा कि कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के भीतर कोई गुटबाजी नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के वर्तमान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सभी को साथ लेकर चल रहे हैं और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी समय-समय पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और पार्टी से जुड़े लोगों के हितों को लेकर सरकार से बात करती आई है और मुख्यमंत्री भी समय पर समय पर पार्टी के हित में फैसले ले रहे हैं.