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विजय दिवस: शहीद स्मारक धर्मशाला में शहीदों को दी श्रद्धांजलि

मृत्युंजय पुरी |

1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की 50 वीं वर्षगांठ (विजय दिवस) पर वॉर मेमोरियल धर्मशाला में आज कार्यक्रम का आजोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने की। इस मौके पर वॉर मेमोरियल के सभी सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान शहीदों को पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी गई ।

एक्स जर्नल मेजर कुलवंत सिंह ने कहा कि आज का दिन इतिहास के पन्नो में लिखा गया है। आज के दिन भारत ने बंगलादेश बनाया था और पाकिस्तान के 93000 कैदियों को बंधक बनाया था। हमें आज के समय में पाकिस्तान के साथ साथ चीन से भी सावधान रहने की जरूरत है। वहीं, एक्स एयरफोर्स के योद्धा किशोर चंद ठाकुर का कहना है कि आज के दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है और आज के दिन हमने पाकिस्तान को धूल चटाई थी। 

गौरतलब है कि आज ही के दिन 16 दिसंबर 1971 को देश के वीर जवानों ने पाकिस्तान को युद्ध में हराकर जीत का सेहरा अपने सिर बांधकर दुनिया को अपने शौर्य का लोहा मनवाने पर मजबूर किया था। इसलिए ही हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध में हिमाचल के योगदान को भी देश भुला नहीं सकता। इस युद्ध में हिमाचल के 195 सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।