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बेलचे-फावड़े लेकर बरसात से टूटी सड़क को खोलने के लिए यहां खुद पहुंचे ग्रामीण

पी. चंद |

सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में सतौन के समीप, मानल से शिव कांडो गांव की संपर्क सड़क क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों ने इसे खुद ठीक करने का फैसला लिया। इस संपर्क सड़क की हालत ऐसी थी कि यहां पर वाहन चलाना तो दूर यह पैदल चलने लायक भी नहीं थी। इसके बाद ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। मगर विभाग के मजदूरों के आने की उम्मीद कम दिख रही थी। इसलिए ग्रामीणों ने बिना किसी का इंतजार किए अपने-अपने घरों से बेलचे व फावड़ों लेकर सड़क की मरम्मत का काम शुरू कर दिया। कई घंटे की मेहनत के बाद ग्रामीणों ने आखिरकार सड़क को ठीक कर दिया।

10 गांव को जोड़ती है सड़क, विभाग ने नहीं की मदद, तो ग्रामीण खुद आए आगे

बताते चलें कि सतौन-रेणुका मार्ग पर मानल के समीप से मानल-कोडगा संपर्क सड़क जाती है। गांव के समीप यह सड़क भारी बरसात के कारण टूट गई। यह संपर्क मार्ग दो पंचायतों के करीब 10 गांव को यह जोड़ती है। यह सड़क सतौन से शिव कांडो गांव के लिए है। इस कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी होने लगी थी। गांव के लिए राशन कैसे लाया जाए। इसके लिए ग्रामीणों ने सड़क को खुद खोलने का फैसला लिया।

पंचायत के उपप्रधान कंठीराम शर्मा, विनोद, गीताराम, रमेश, विवेक, प्रदीप, प्रवेश, राहुल, कल्याण व मदन सिंह आदि ने बताया कि ग्रामीणों ने इस सडक की खुद मरम्मत की। इसको वाहन लायक बनाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग ने इसे बरसात के बाद ठीक करना था। इसलिए ग्रामीणों ने इस सड़क को खुद ठीक किया। ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क के हालत हर बरसात में बहुत खराब हो जाते है। मगर इस ओर विभाग ध्यान नहीं देता। उधर इस बारे में एक्सईएन प्रमोद उप्रेती का कहना है कि विभाग के पास इतनी लेबर नहीं है, जो सभी संपर्क मार्गों को ठीक किया जाए। फिलहाल लैबर को एनएच पर तैनात किया जाता है, ताकि संपर्क मार्ग के बाद लोग एनएच पर आकर बाजार तक पहुंच सके।