जिला बिलासपुर की ग्राम पंचायत बड़ोल देवी के ग्रामीणों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों पर लगाया आईआरडीपी एवं बीपीएल योजना में निर्धन लोगों को दरकिनार कर अमीरवर्ग से संबंधित परिवारों के चयन का आरोप है कि पंचायत द्वारा पूर्ण तरीके से संपन्न लोगों के नाम बीपीएल सूची में डाले गए हैं जबकि पात्र लोगों अनदेखी की गई। उन्होंने प्रदेश सरकार से इस प्रकरण को लेकर की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
ग्रामीणों ने कहा कि जिला प्रशासन के समक्ष बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे लोगों में रोष है। बिलासपुर में मीडिया को संबोधित करते हुए ग्राम पंचायत बड़ोल देवी के वार्ड सदस्य विजय कुमार ने कहा कि पंचायत द्वारा मनमाने लोग पूर्ण तरीके से बीपीएल सूची में नाम डाले गए हैं और पात्र लोगों की अनदेखी की गई है।
उन्होंने कहा कि इस मसले पर उपायुक्त को 12 अप्रैल 2018 को ज्ञापन प्रेषित किया। उसके बाद एडीएम ने वहां का दौरा कर सर्वे करवाने के आदेश दिए थे। अक्टूबर 2018 को सर्वे की सूची घोषित हुई थी। लेकिन 21 जुलाई 2019 को ग्राम सभा स्थगित हो गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने फिर से उपायुक्त को फिर से गत माह ज्ञापन सौंपा था फिर भी कार्रवाई नहीं हुई है। इन ग्रामीणों ने से मांग की है कि ग्राम पंचायत बडोल देवी में आईआरडीपी एवं बीपीएल के वहीं में हुई कथित भ्रष्टाचार और भाई-भतीजवाद की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए।