कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि अटल रोहतांग टनल खुलने से लाहौल-स्पीति के कृषि अर्थव्यवस्था में क्रांति आएगी। लाहौल स्पीति में मटर, जौ, जीरा औऱ आलू की भरपूर खेती होती है। यहां के कृषि उत्पादों की बाजार में अच्छी मांग है। रोहतांग सुरंग खुलने के बाद परिवहन व्यवस्था बेहतर होगी औऱ किसानों को वर्ष भर अपना उत्पाद मंडियों तक पहुंचाने में सुविधा होगी, जिससे उन्हें इसके उचित दाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस सौगात के लिए समस्त हिमाचलवासी उनके दिल से आभारी हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि लाहौल-स्पीति में 99 प्रतिशत किसान प्राकृतिक खेती से जुड़े हैं तथा जिला में मशरूम, गाजर, मूली और ब्रोकली जैसी फसलों की खेती भी शुरू हो गई है। पहले किसानों को रास्ते बंद होने की चिंता सताती थी। लेकिन अब उनकी यह चिंता दूर हो गई है। इसके अलावा खेती के लिए मजदूरों को पहुंचाने में भी अब आसानी होगी। रोहतांग टनल के खुलने से लाहौल-स्पीति के किसान समृद्ध होंगे, खेती-बाड़ी को बढ़ावा मिलेगा।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि लाहौल-स्पीति में कृषि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। बहुत से विदेशी सैलानी यहां की कृषि व्यवस्था को देखने के लिए आते हैं। याक का खेती में इस्तेमाल जिला की विशेषता है, जो पर्यटकों को लुभाती है। ऐसे में यहां पर एग्रीकल्चर टूरिज्म का नया सूर्योदय होगा। सुरंग बनने के बाद वर्ष भर पर्यटकों को लाहौल-स्पीति तक पहुंचने के लिए किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। कृषि मंत्री ने कहा कि सामरिक दृष्टि से भी अटल रोहतांग टनल का एक बहुत बड़ा महत्व है और इससे सैनिकों का कई घटों का सफर कम होगा। अब मनाली-लेह मार्ग खुला रहेगा, जिससे देश की सेना को सुविधा मिलेगी।