लोक निर्माण विभाग बेशक मुख्यमंत्री के पास है लेकिन अफसरों और ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना शुरु हो गया है। एम्स बनने से पहले गिरना शुरू हो गया है। बिलासपुर में निर्माणाधीन एम्स परिसर में हाल ही में आयुष ब्लॉक के लिए जाने वाले रास्ते पर लाखों रुपये की लागत से बनी लंबी चौड़ी आरसीसी दीवार अचानक से गिर गयी। गिरने से हुई धमाके की जोरदार आवाज से काफी देर तक दहशत फैली रही। मजदूर और सुरक्षा गार्ड सहमे नज़र आये।
अब सवाल यह है कि क्या निर्माण में जुटी कंपनी क्वालिटी से समझौता कर रही है? कांग्रेस को लगता है बिलासपुर जिला प्रशासन को इस मामले में जांच करानी चाहिए और एम्स के काम की सुपरवाइजरी एजेंसी को क्वालिटी को लेकर कया कर रही है। इस मामले में अब कांग्रेस नेता मुकेश ने जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि काम शुरु हुआ नहीं और दीवारें गिरना शुरु हो गई। ऐसे में गुणवत्ता और सरकार की ईमानदारी पर सवाल उठता नज़र आ रहा है।
गनीमत रही कि इतना बडा डंगा रात को गिरा इसलिए कोई हादसा नहीं हुआ अन्यथा कुछ भी हो सकता था। वह स्थानीय विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामलाल ठाकुर ने भी काम की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि एम्स जैसे अस्पताल को बनाने में इस तरह के मटेरियल का यूज होना बहुत शर्मनाक बात है। क्योंकि यहां पर लाखों की संख्या में लोगों के इलाज होंगे। ऐसे में अगर इस तरह से दीवारें गिरने लगेगी तो फिर एम्स के अंदर जाना तो अपनी जान को गंवाने का न्योता देने जैसा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि इस मामले की पूरी जांच करें क्योंकि 30 फुट लंबा चौड़ा डंगा ऐसे ही नहीं गिर सकता।