Theog water supply scam: शिमला जिले के ठियोग क्षेत्र में पानी घाेेटाले की जांच जारी है। जांच में खुलासा हुआ है कि टेंडर आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरती गई और टैंकरों के माध्यम से प्रभावित पंचायतों में पानी की आपूर्ति के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले। जिन पंचायतों में पानी पहुंचाया गया, उनके लिए ग्राम पंचायत प्रधान या उप-प्रधान के हस्ताक्षर तक नहीं लिए गए।
एसडीएम ठियोग ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत बिलों पर सत्यापन किए बिना ही एक करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान कर दिया। अगर सत्यापन किया गया होता, तो घोटाले का खुलासा भुगतान से पहले ही हो सकता था।
एडीसी शिमला की जांच रिपोर्ट के अनुसार, नागोधार और करयाली जैसे गांव, जो अब तक सड़क से नहीं जुड़े हैं, वहां भी पानी की आपूर्ति दिखाई गई। सप्लाई संचालकों ने बयान दिया कि उन्होंने इन गांवों के बाहर बने टैंकों में पानी पहुंचाया।
जांच में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही का खुलासा हुआ है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने डीसी शिमला को जांच के आदेश दिए थे, जिसके तहत एडीसी शिमला को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। अब सभी की निगाहें राज्य सरकार पर टिकी हैं कि वह इस मामले में क्या कदम उठाएगी।