मंडी: आखिर मंडी में शुक्रवार आधी रात को झमाझम बादल बरसे। बादल भी खूब गर्जना के साथ बरसे और पूरी रात इस गर्जना से लोग सहमे रहे। सुबह तक बारिश का यह आलम जारी रहा। हालांकि जिले मे बारिश एक दिन पहले फोरलेन व सुंदरनगर के डैहर कस्बे के आसपास तबाही मचा चुकी है मगर शुक्रवार रात को हुई सर्वव्यापी बारिश ने खेतों में लबालब पानी भर दिया। आमतौर पर जून महीने में बारिश से नदी नालों में उफान नहीं आता मगर शनिवार सुबह ही व्यास नदी समेत सुकेती खड्ड व अन्य नाले उफान पर थे। कई सड़कों पर भूसख्लन भी हुआ है मगर किसी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
धर्मपुर उपमंडल की ग्राम पंचायत डरवाड़और घरवासड़ा में पिछली रात हुई भारी बारिश के कारण लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।वारिश इतनी ज्यादा थी कि यदि कुछ देर और रहती तो नुकसान और ज्यादा हो सकता था।पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने बताया कि डरवाड़ में पीएचसी के लिए लगी सुरक्षा दीवार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है हालांकि ये दीवार कुछ वर्ष पहले ही लगी थी।इसी गांव में रोशन लाल के मकान के ऊपर भारी मलवा आ गया है और मकान में मलवा घुस गया है और यहां खड़ा मिक्सर भी उसके नीचे दब गया है।इसके अलावा देश राज पठानिया और कांता देवी और सुरजीत सिंह मियां के मकान के पास भी ल्हासे गिरे हैं और रणजीत सिंह की गौशाला पर पेड़ गिरने से नुकसान हुआ है।
डरवाड़ गांव की चमाली बस्ती में नरेंद्र पठानिया के घर और शिवा प्रोजेक्ट के तहत लगे बगीच्चे को भी भारी नुकसान हुआ है।इसी प्रकार गांववासी सुखराम और बीरबल सिंह के खेत भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।इसके अलावा भड्डू गांव में बलवंत सिंह के मकान और अमर सिंह की गौशाला को भी नुकसान हुआ है।घरवासड़ा गांव में भी बहुत ज्यादा भूमि कटाव हुआ और पेयजल आपूर्ति की पाइपें क्षतिग्रस्त हुई हैं।सुबह से ही मेन सड़क बन्द है और गरली से सरकाघाट और टिहरा की तरफ गाड़िया भी नहीं चल रही हैं और जरूरी कार्यों के लिए आने जाने वालों को पैदल चलना पड़ रहा है।भूपेंद्र सिंह ने प्रशासन से नुकसान का आकलन करके प्रभावितों को राहत प्रदान करने की मांग की है।