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क्या लिखा पूर्व डीजीपी अश्वनी कुमार ने सुसाइड नोट मेंः DGP संजय कुंडू

पी. चंद, शिमला |

प्रदेश पुलिस प्रमुख संजय कुंडू ने पूर्व सीबीआई प्रमुख मणिपुर और नागालैंड के राज्यपाल और हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी अश्वनी कुमार के अपने ही घर में फंदे पर झूलने की बात की पुष्टि की है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा है कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद वह आला अधिकारियों के साथ संजय घटनास्थल पर पहुंचे और मौका ए वारदात पर अश्विनी कुमार को मृत पाया। मौके पर तमाम वह चीजें उपलब्ध थी जिन्हें लेकर अश्विनी कुमार ने आत्महत्या की जिसमें छत से झूलने वाली रस्सी सीढ़ी और दूसरे सामान मौके पर मिले। पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा है कि परिवार से जुटाई जानकारी में मामला आत्महत्या का है।  

संजय कुंडू ने कहा कि पूर्व सीबीआई प्रमुख और गवर्नर रह चुके अश्विनी कुमार ने सुसाइड करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें उन्होंने अपने जीवन में हर तरह की उपलब्धियां हासिल करने के बाद अब अपना जीवन समाप्त करने की बात कही है। सभी परिवार और दोस्तों के लिए बेहतर भविष्य की बातें कही है। साथ ही अपने लिए एक नए जीवन का शुभारंभ आत्महत्या के बाद करने की इच्छा जाहिर की है। अश्विनी कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह अपनी मर्जी और प्रसन्नता से आत्महत्या कर रहे हैं क्योंकि वह किसी बीमारी से ग्रसित हैं और वह इसी को लेकर अपनी जीवन लीला समाप्त करना चाहते हैं। सुबह डेड बॉडी का पोस्टमार्टम किया जाएगा और पूरी औपचारिकताएं करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

गौरतलब है कि हमेशा की तरह ही आज भी अश्विनी कुमार अपने दैनिक रूटीन के हिसाब से शिमला के मशहूर माल रोड की तरफ घूमने निकले थे और उसके बाद हमेशा की तरह ही सही समय पर घर लौटे थे इस बीच अश्विनी कुमार परिवार के साथ भी मिले हैं और उसके बाद हमेशा की तरह शाम के वक्त पूजा करने के लिए घर के ऊपर ही मंदिर में पूजा घर गए। उन्होंने वहां पूजा के समय हमेशा की तरह दरवाजा बंद कर दिया लेकिन जब वह लंबे अरसे तक पूजा के कमरे से नहीं निकले तो निचले मंजिल में उनके बेटी और दामाद ने ऊपर जाकर देखा और पाया कि दरवाजा अंदर से बंद है दो दरवाजे तोड़ने के बाद बेटी और दामाद घर के अंदर पहुंचे और घर में पूजा वाले कमरे में अश्विनी कुमार एक फंदे से झूल रहे थे। इसके बाद पुलिस को इत्तला कर दी गई और पुलिस के आला अधिकारी शिमला के एसपी और खुद हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी कुंडू और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।