27 दिसंबर को पीएम के हिमाचल दौरे के दौरान निज़ी बस ऑपरेटर्स के बसों की हड़ताल की चेतावनी के बीच प्रदेश सरकार हरकत में आई है। इसी को लेकर प्रदेश सरकार ने सचिवालय में आला अधिकारियों ने निजी बस ऑपरेटरों को बैठक के लिए बुलाया है। लंबित मांगों को लेकर विस्तार से हुई चर्चा के बाद सरकार ने मांगों को पूरी करने का आश्वासन दिया है। वहीं, सीएम से बातचीत के बाद प्रदेश के करीब 3500 बस ऑपरेटर्स बसों को चलाने का आखरी फैसला लेंगे।
बता दें कि लंबे अरसे से निज़ी बस आपरेटर्स की सरकार से लंबित मांगो पर किसी तरह की सहमित नहीं हो पाई है। बस ऑपरेटर्स कोविड काल के दौरान हुए नुकसान, पैसेंजर टैक्स, टोकन टैक्स और रॉड टैक्स जैसे विषयों पर निणर्य नहीं हो पाने से है नाराज़। इसी नाराज़गी के चलते प्रदेश के निज़ी बस ऑपरेटर ने प्रधानमंत्री के दौरे के दिन हड़ताल करने का ऐलान किया है।
वहीं, आज की बातचीत से सरकार और ऑपरेटर के बीच गतिरोध टूटने के आसार। हालांकि मुख्यमंत्री से मंडी में बातचीत के बाद ही अंतिम फैंसला होगा। लेकिन बस ऑपरेटरों की हड़ताल की चेतावनी से प्रशासन और सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बनी हुई है।