हिमाचल प्रदेश में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हमेशा से ही एक बड़ा मुद्दा रहा है। जियोलॉजिकल सर्वे में भूमि अनफिट होने के बाद अब धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया ने सीयू पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि सीयू की स्थापना धर्मशाला में ही होगी। इसके लिए 25 हेक्टेयर भूमि सीयू के नाम हो गई है 75 हैक्टेयर वन भूमि है जिसकी क्लीयरेंस का काम चल रहा है ।
विधायक विशाल नेहरिया ने बताया कि सीयू हिमाचल को 2010 में मिली थी और धर्मशाला ओर देहरा में स्थापित होनी थी। सरकार ने जियोलॉजिकल सर्वे करवाया था उसमें जमीन अनफिट बताई गई है। लेकिन सरकार ने रिपोर्ट मांगी है कि भूमि की भार क्षमता कितनी है और केंद्र सरकार से भी बात चल रही है। सीयू के लिए कोई अन्य जगह नहीं देखी जा रही है। जदरांगल में ही सीयू की स्थापना की जाएगी। विधायक विशाल नेहरिया ने बताया कि धर्मशाला में सबसे अधिक हिस्सा फॉरेस्ट का है जिसकी वजह से समस्या आई है। लेकिन इसके लिए भी प्रारूप तैयार किया गया है।
बता दें कि सीयू निर्माण को लेकर शुरू से ही बयानबाजी जारी है। धर्मशाला से कई विधायक आए जो सीयू को जदरांगल में स्थापित करने के दावे तो करते रहे लेकिन जमीनी स्तर पर अभी तक कैंपस का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। वहीं, पूर्व मंत्री जीएस बाली भी सीयू कैंपस के निर्माण को लेकर सरकार को कई बार नसीहत दे चुके हैं। अब इसी कड़ी में जिस प्रकार से विधायक विशाल नैहरिया ये दावा कर रहे हैं कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना धर्मशाला में ही होगी। उनके इस दावे में कितनी सच्चाई है ये तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा।