जिला कुल्लू में 18 किमी तक गर्भवती को कुर्सी पर कंधों के सहारे महिलाओं ने सड़क तक पहुंचाया और फिर वहां से अस्पताल ले गए। जानकारी के अनुसार, कुल्लू ज़िला की सैंज घाटी के अति दुर्गम क्षेत्र गाड़ापारली पंचायत के शाकटी, मरौड और शुगाड़ में आजादी के 72 साल भी सड़क सुविधा का अभाव है। गांव में गर्भवती महिला सुनीता 27 को इमरजेंसी में 18 किलोमीटर कुर्सी में बांधकर महिलाओ ने कंधों पर उठाकर बड़ी मशक्कत के 8 घंटे उठाकर निहारानी तक पहुंचाया। यहां से वाहन से फिर महिला को बंजार अस्पताल पहुंचाया गया।
बीते कल सुबह गर्भवती सुनीता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजन परेशान हो गए। इस दौरान उन्होंने गांववालों से मदद मांगी। लोगों ने कुर्सी पर डंडे बांधे और फिर गर्भवती को कंधों पर उठाया और अस्पताल की ओर चल पड़े। गांव के लोगों ने बताया कि 3 गांव के ग्रामीणों को सड़क सुविधा के अभाव में परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकारें आई और गई, लेकिन दुर्गम क्षेत्र गाड़ा पारली पंचायत के आधा दर्जन गांव मूलभूत सुविधाओं से दूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दुर्गम क्षेत्रों में विकास करवाए, ताकि लोगों के पीठ का बोझा उतरे और बीमारी की हालत में लोगों को वाहनों की सुविधा मिल सकें। बता दें कि इस इलाके से कंधों पर मरीज ले जाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।