भले ही विधानसभा के बाहर हुए हंगामे के बाद अब बीजेपी और कांग्रेस इसपर राजनीति करने लगे हैं। इससे हो सकता है कि चुनावों में इसका नफा नुकसान हुआ हो। युवा कांग्रेस के साथ सारी कांग्रेस पार्टी खड़ी हो गई और पुलिस के साथ पुलिस महकमा लेकिन, इस पत्थर बाज़ी में जो फ़ोटो जर्नलिस्ट घायल हुए उनका क्या? उनके बारे में न तो मीडिया लिख पाया और न ही कोई राजनीतिक दल कुछ कह पाए।
पुलिस तो पहले ही डिफेंसिव मोड़ पर है। कांग्रेस सरकार पर हमले बोल रही है जबकि, सरकार युवा कांग्रेस की गलती निकाल रही है। इस हंगामे में शिमला के मीडियाकर्मी कल्याण प्रिमटा, राजू, रमेश और अजित को चोटें आई है।