शिमला के बहुचर्चित 4 साल के मासूम युग हत्या कांड मामले में मंगलवार 17 जुलाई को जिला अदालत में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद सेशन जज ने अपना फैसला 24 जुलाई तक सुरक्षित रखा है अब युग के परिजनों को 24 जुलाई को इंसाफ मिलने की उम्मीद है। युग के परिजनों ने कोर्ट से मांग की थी कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
गौरतलब है की 14 अप्रैल 2014 को शिमला के रामबाजार से एक व्यापारी विनोद कुमार गुप्ता का 4 साल के युग का अपहरण हो गया था। 27 जून को उनके घर एक बॉक्स आया जिसमे युग के कपड़े थे जो उसने पहने थे और एक पत्र था जिसमें 3 करोड़ 60 लाख रुपये की मांग की गई थी। 22 अगस्त, 2016 को सीआइडी क्राइम ब्रांच ने भराड़ी स्थित 12 हजार लीटर क्षमता के नगर निगम के टैंक से युग की हड्डियां बरामद की थीं।
CID ने दो साल बाद 14 जून, 2016 को इस मामले में दो आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की थी। इसके बाद विक्रांत के मोबाइल से रिकॉर्डिग और अन्य सुराग मिलने के बाद तेजेंद्र पाल, चंद्र और विक्रांत को हिरासत में लिया गया था।