सेना में नई भर्ती प्रक्रिया ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ लगातार हर तबके से आवाजें उठ रही हैं. इसी कड़ी में ‘हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विस जिला लीग मंडी’ के पदाधिकारियों ने आवाज बुलंद की है. भूतपूर्व सैनिकों के इस समूह ने अग्निवीर बनाने वाली योजना के खिलाफ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को एक ज्ञापन लिखा है और अग्निपथ योजना में संशोधन की मांग की है. यह ज्ञापन जिला अध्यक्ष कर्नल प्रताप की अगुवाई में लिखा गया है. संगठन के सदस्यों ने अपना ज्ञापन एसडीएम अश्वनी कुमार के जरिए सौंपा.
प्रतिनिधिमंडल ने हालांकि ‘अग्निपथ’ योजना को सिरे से खारिज नहीं किया है. लेकिन, कुछ मामलों को लेकर इनकी आपत्ति है इन्होंने इसके लिए ज्ञापन में तब्दिली के लिए सुझाव भेजे हैं. इनकी मांग है कि पिछले 2 सालों से कोरोना काल के पहले जो युवक भर्ती की प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं और उनकी लिखित परीक्षा बाकी है, उन सभी युवाओं को भर्ती के पुराने नियम और व्यवस्था के तहत भर्ती किया जाए.
सुझाव में बताया गया है कि अग्निवीर की रेशियो 75-25 फीसदी के बजाय 50-50 फीसदी का हो. इससे सेना में स्टेबिलिटी बनी रहे. 4 वर्ष पूरा होते ही अग्निवीरों को पैरामिलिट्री फोर्सेस में डायरेक्ट इनरोल किया जाए। ताकि, उन्हें दोबारा इनरोलमेंट की प्रक्रिया से न गुजरना पड़े. सुझाव में आगे बताया या है कि पहले साल ही भर्ती 20 हजार की होना चाहिए और यह एक ट्रायल बेसिस पर हो. यही नहीं, अग्निवीर सेवानिवृत्ति के बाद सिविल सर्विस करना चाहता है तो उसे रिजर्व कोटे के तहत प्राथमिकता दी जाए. प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की कि सरकार इस मसले को संसद में बिल के जरिए लाए और नोटिफिकेशन के जरिए सार्वजनिक करे.