देशभर में आज बाबा साहेब की 130वीं जयंती मनाई जा रही है। भीमराव रामजी आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था। डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आन्दोलन को प्रेरित किया और दलितों से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। आज उनकी 130वीं जयंती पर कई नेताओं ने उनको नमन किया है।
राष्ट्रपति रामनाथ केविंद ने कहा कि भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पी, बाबासाहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि! डॉ.अंबेडकर ने समतामूलक न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए आजीवन संघर्ष किया। आज हम उनके जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्प लें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल बना रहेगा। मैं आम्बेडकर जयंती पर महान डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर को नमन करता हूं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर मैं उन्हें सादर नमन करता हूँ। संविधान निर्माता के रूप मे उनका जो योगदान है उसका यह देश हमेशा ऋणी रहेगा। आधुनिक भारत की नींव तैयार करने में उनकी महती भूमिका रही है। बाबासाहेब की प्रेरणा से उसी नींव पर हम नए भारत का निर्माण कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत रत्न बाबासाहेब अम्बेडकर जी ने समाज के वंचित वर्ग को शिक्षित व सशक्त किया और हमें न्याय व समता पर आधारित एक ऐसा प्रगतिशील संविधान दिया जिसने देश को एकता के सूत्र में बाँधने का काम किया। बाबासाहेब का विराट जीवन व विचार हमारी प्रेरणा का केंद्र है। उन्हें कोटिशः नमन।