दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड निकाली गई थी। इस दौरान जगह-जगह हिंसा हुई थी। कल हुई हिंसा को लेकर अब तक कुल 22 केस दर्ज किए जा चुके हैं। इन फआईआर में कई किसान नेताओं का ज़िक्र है। फिलहाल, हिंसा के पीछे जो लोग हैं, उनका पता लगाया जाएगा। वहीं, इस हिंसा के कारण 86 पुलिसकर्मी और कई किसान घायल हैं। दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में कुल 18 घायल किसानों और पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है, जबकि कल शाम करीब 47 घायलों को आईएसबीटी ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट किया गया था।
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार से इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी। किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए हंगामे के बाद गृह मंत्रालय ने एनसीटी के सिंघु, गाजीपुर, टिकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और उसके आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है, ये सेवाएं अगले आदेश तक बंद रहेंगी। अफवाहों और गलत सूचनाओं के प्रसारण से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है। वहीं, हरियाणा के तीन जिले-सोनीपत, पलवल और झज्जर में टेलीकॉम सर्विस आज शाम पांच बजे तक बंद कर दी गई है।
इंटरनेट सेवा बंद हो जाने से बच्चों की ऑनलाइन कक्षाओं पर भी असर पड़ा है। कोरोना के मद्देनजर अभी स्कूल में दसवीं और बारहवीं के बच्चों को ही बुलाया जा रहा है। ऐसे में जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे वो घर से ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए पढ़ रहे हैं लेकिन इंटरनेट सेवा बाधित होने से ऑनलाइन कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं और बच्चों को पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है। हालांकि गृह मंत्रालय ने इंटरनेट सेवाओं- मोबाइल या होम ब्राॉडबैंड के बारे में विशेष प्रकार से कुछ भी निर्दिष्ट नहीं किया है लेकिन शहर के एक बड़े हिस्से में लोगों को इंटरनेट का इस्तेमाल करने में दिक्कत हो रही है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में करीब 5.2 करोड़ मोबाइल यूजर्स हैं।