आईएसआई मॉड्यूल के खुलासे के बाद नेशनल इनवेस्टिगेशन टीम (एनआईए) ने उत्तर प्रदेश के कई शहर और पंजाब के लुधियाना में छापेमारी की है। एनआईए ने यह छापेमारी रामपुर, बुलंदशहर, मेरठ, हापुड़, अमरोहा और लुधियाना में की है।
बुलंदशहर के कलौली गांव में एनआईए की टीम हबीब नाम के शख्स को पूछताछ के लिए ले गई है। यह शख्स कई सालों तक सऊदी अरब में रह चुका है और यहां पर एक जनरल स्टोर चलाता था। वहीं, मेरठ में एनआईए की टीम एक संदिग्ध अवसार मौलवी के घर पहुंची। मौलवी के घर से खुफिया कागजात बरामद किए गए हैं। वहीं हापुड़ से एनआीए की टीम ने 2 सदिंग्धों को हिरासत में लिया है। दोनों से पूछताछ जारी है।
पंजाब के लुधियाना में भी एनआईए की टीम तफ्तीश कर रही है। लुधियाना से एनआईए की टीम को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। जांच एजेंसी की टीम यहां से एक संदिग्ध को गिरफ्तार की है। मोहम्मद पाशा नाम के एक मौलवी को एनआईए की टीम ने बुधवार रात गिरफ्तार किया। एनआईए की टीम ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर यहां के एक मस्जिद में छापेमारी की। यहीं से मौलवी की गिरफ्तारी हुई है।
बताया जा रहा है कि वह आईएसआईएस मॉड्यूल का हिस्सा हो सकता है। वह साथ महीने पहले लुधियाना आया था। उसने यूपी के एक मदरसे में पढ़ाई की जहां वह आईएसआईएस संदिग्धों के संपर्क में आया। एनआईेए इस गिरफ्तारी से इंकार कर रही है, लेकिन लुधियाना पुलिस गिरफ्तारी की बात मानी है। उसके पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है।
इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने आईएसआईएस से प्रेरित समूह के सदस्य होने के शक में गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को 22 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोनों संदिग्ध आतंकियों पर आतंकी हमलों की साजिश रचने का आरोप है।
एनआईए ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के मॉड्यूल पर आधारित उत्तर प्रदेश और राजधानी दिल्ली में चल रहे संगठन का पर्दाफाश किया था। एनआईए ने उत्तर प्रदेश एटीएस, दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर चलाए गए स्पेशल ऑपरेशन में कुल 10 संदिग्धों को गिरफ्तार था। एजेंसी के मुताबिक इन सभी का प्लान था कि वह देश के कुछ नामी नेताओं और बड़े संस्थानों पर आत्मघाती हमला करें।