सवाल
नगर निगम ने खुद 7000 अवैध निर्माण चिन्हित किया था। क्या सब पर बुलडोजर चलेगा या सिर्फ मस्जिद को निशाना बनाया गया?
Shimla: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद विवाद को मुस्लिम समुदाय राष्ट्रीय और तूल देने की तैयारी में है। औवेसी ने अपने कमान वाली आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन राजनैतिक पार्टी को इस विवाद में उतार दिया है । हाईकोर्ट में पीआईएल की तैयारी चल रही है।
एआईएमआईएम के दिल्ली अध्यक्ष डा. शोएब जमई ने शिमला पहुंचकर संजौली मस्जिद का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट डाली। इसमें लिखा-शिमला की संजौली मस्जिद के आसपास जितनी भी बिल्डिंग है, सब के ऊपर अवैध निर्माण हुआ है। उन सब की ऊंचाई मस्जिद की हाइट से ज्यादा है। शिमला नगर निगम ने खुद 7000 अवैध निर्माण चिन्हित किया था। क्या सब पर बुलडोजर चलेगा या सिर्फ मस्जिद को निशाना बनाया गया।
ये रहा कागज!1940 और 1960 के सरकारी दस्तावेज में (वक्फ) मस्ज़िद का सुबूत। 100 साल पुरानी मस्जिद की जर जर हालत होने के बाद दोबारा से बनाया गया था!This is the legal document of Shimla #sanjauli masjid which I hv acquired from Masjid committee for PIL purpose. It clearly shows that… https://t.co/Un2aXHdbD6 pic.twitter.com/lykOTq7lie
— Dr. Shoaib Jamai (@shoaibJamei) September 25, 2024
इस वीडियो में लाइव सबूत है। इसलिए हमारी टीम ने फैसला किया है कि हम हिमाचल हाईकोर्ट में पीआईएल करेंगे, ताकि सभी 7000 अवैध निर्माण पर भी बुलडोजर चलाने का आर्डर जारी हो।
शिमला की #संजौली मस्जिद के आसपास जितनी भी बिल्डिंग है सब के ऊपर अवैध निर्माण हुआ है। उन सब की हाइट मस्जिद की हाइट से ज्यादा है। शिमला नगर निगम ने खुद 7000 अवैध निर्माण चिन्हित किया था। क्या सब पर बुलडोजर चलेगा या सिर्फ मस्जिद को निशाना बनाया गया। इस वीडियो में लाइव सबूत है।… pic.twitter.com/bkjGuSD0rJ
— Dr. Shoaib Jamai (@shoaibJamei) September 24, 2024
मामले को बढ़ता देख संजौली मस्जिद कमेटी सामने आई है और उन्होंने पूरे मामले से किनारा करते हुए शांत माहौल को खराब करने और शोएब जामाई के ब्यान का खंडन किया है और उनके खिलाफ कारवाई की मांग की है। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ और अन्य लोगों ने कहा कि वे मस्जिद के अवैध हिस्से को ख़ुद गिराने को तैयार है इसके लिए एमसी आयुक्त को ज्ञापन भी दिया है। उन्होंने कहा कि ये शख्स मस्जिद में आए और नमाज पढ़ी जिसके बाद ये वीडियो बनाई गई जो वायरल हो रही हैं। कमेटी के सदस्यों का कहना है कि हिमाचल का माहौल शांतिपूर्ण हैं यहां लोग आपस में भाईचारे से रहते हैं। उन्हें मालूम नही था की ये शोएब जामाई किस मंशा से यहा आए थे।