पिछले दो सप्ताह से अमेरिका दौरे में गए निर्वासित तिब्बती प्रधानमंत्री डॉक्टर लोबसांग सांग्ये ने आज व्हाइट हाउस अमेरिका में सरकार के मुख्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान डॉक्टर सांग्ये और अमेरिका के अधिकारियों के बीच तिब्बत की स्वायत्तता और चाइना पॉलिसी पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद सांग्ये ने कहा कि व्हाइट हाउस में इस बैठक को लेकर वह कई सालों से प्रयास कर रहे थे और आज उनका ये प्रयास कामयाब हुआ है। उन्होंने कहा कि विश्व भर में रह रहे तिब्बती समुदाय के लोगों के लिए ये गर्व की बात है संयुक्त राज्य अमेरिका ने न केवल तिब्बती सरकार को निर्वासन के दौरान अपनी स्वायत्तता के सवाल को मान्यता दी है, ब्लकि चाइना पॉलिसी को भी गलत ठहराया है।
उनका मानना है कि विश्व भर में कोरोना जैसी बीमारी फैलना भी चीन की नीति का ही हिस्सा रही होगी। चीन के वुहान में उत्पन्न कोरोनो वायरस के प्रसार के बाद हुआ है, जिसने बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य, आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितता पैदा की है। इस पर वाशिंगटन अपनी चीन नीति पर फिर से विचार कर रहा है। उन्होंने कहा ये पहला उदाहरण नहीं है कि अमेरिका ने वन-चाइना नीति को चुनौती दी है। इससे पहले भी चीन नीति को अमेरिका चुनौती दे चुका है।