WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने रविवार को छह पुरस्कारों की घोषणा की। ये पुरस्कार वैश्विक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने, क्षेत्रीय स्वास्थ्य मुद्दों के लिए नेतृत्व और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करने के लिए दिए गए हैं। इनमें से एक पुरस्कार भारत की आशा कार्यकर्ताओं को भी मिला है। WHO ने आशा कार्यकर्ताओं को ये पुरस्कार देश के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने और कोरोना महामारी के दौरान अग्रणी भूमिका निभाने के लिए दिया है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आशा कार्यकर्ताओं के मिले सम्मान पर खुशी जताई है। पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘खुशी है कि आशा कार्यकर्ताओं की पूरी टीम को डब्ल्यूएचओ महानिदेशक के ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया है। सभी आशा कार्यकर्ताओं को बधाई। वे एक स्वस्थ भारत सुनिश्चित करने में सबसे आगे हैं। उनका समर्पण और दृढ़ संकल्प सराहनीय है।’
गौरतलब है कि देश कि आशा कार्यकर्ताओं ने कोरोना महामारी के पहली और दूसरी लहर के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दूसरी लहर के दौरान जब अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं बची थी तो आशा कार्यकर्ताओं ने मरीजों को उनके घर जाकर दवाई और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई । इतना ही नहीं वैक्सीनेशन अभियान में भी आशा कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य कर्मियों के कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। इसके अलावा भी आशा कार्यकर्ता बच्चों के टिकाकरण से लेकर टीवी, वीपी के इलाज और पोषण, स्वच्छता और स्वस्थ जीवन के लिए लगातार काम कर रही हैं।