जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। भारतीय सेना के जवानों ने केरन सेक्टर में पाकिस्तान की बॉडर एक्शन टीम द्वारा की जा रही घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है। केरन सेक्टर में केल कुल्लियां इलाके से पाकिस्तानी सेना के बैट (पाकिस्तानी बॉडर एक्शन टीम) कमांडो ने भारत की एक अग्रिम निगरानी चौकी पर बड़ा हमला करने के लिए नियंत्रण रेखा पार की। भारत की निगरानी चौकी में तैनात सतर्क जवानों ने बैट कमांडो को देख लिया। जैसे ही बैट कमांडो एलओसी से आगे पहुंचे, जवानों ने दुश्मनों को ललकारते हुए फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों पिछले 36 घंटों के दौरान 5 से 7 पाकिस्तानी बैट कमांडो और आतंकियों को ढेर किया।
बताया जा रहा है कि मारे गए बैट कमांडो और आतंकियों की लाशें अभी भी एलओसी पर ही पड़ी हैं। भारी गोलीबारी के कारण लाशों को वहां से निकाला नहीं जा सका है। अभी भी दोनों करफ से लगातार गोलीबारी जारी है। भारतीय सेना ने आतंकियों को मारे जाने का सबूत भी पेश किया है। सेना ने मारे गए बैट कमांडो और आतंकियों में से 4 की सैटलाइट तस्वीरें जारी की हैं। जानकारी के मुताबिक यह कार्रवाई पिछले 36 घंटों के दौरान की गई है।
सेना के मुताबिक पिछले 36 घंटों में पाकिस्तान की सेना के द्वारा लगातार आतंकवादियों की घुसपैठ के कई प्रयास किए गए है। पाकिस्तानी सेना जैश-ए-मोहम्मद और कई अन्य आतंकी संगठनों के आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराने का प्रयास कर रही है। सेना के अधिकारी के अनुसार पिछले तीन दिनों में पाकिस्तान ने अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाकर शांति में खलल डालने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। बैट ने 31 जुलाई और 1 अगस्त की मध्यरात्रि को घुसपैठ कराने का प्रयास किया। केरन सेक्टर में पाकिस्तानी चौकियों से लगातार गोलाबारी की जा रही है। पाकिस्तान सेना आतंकवादियों की घुसपाठ के लिए कई तरह के हथियारों का इस्तेमाल कर रही है।
क्या है BAT, कैसे करती है काम
- बैट अर्थात बॉर्डर एक्शन टीम कह लीजिए या फिर बॉर्डर रेडर्स, एलओसी पर छापामार युद्ध में माहिर है।
- ये पाकिस्तान सेना की स्पेशल सर्विस ग्रुप के साथ काम करती है।
- पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इसे सूचनाएं मुहैया करवाती है।
- बैट LOC या सीमा पर दुश्मन के इलाके में एक से तीन किमी अंदर जाकर हमले करती है।
- चार हफ्ते हवाई युद्ध के साथ ही इनकी कुल ट्रेनिंग करीब 8 महीनों की होती है। इन्हें बर्फ, पानी, हवा, जंगल और मैदान में मार करने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- इस टीम का मकसद सीमा पार जाकर छोटे-छोटे हमलों को अंजाम देकर दुश्मन में दहशत फैलाना है। हमलों के दौरान बैट इनाम के तौर पर दुश्मन के सिपाहियों का सिर काटकर अपने साथ ले जाती है।