जम्मू-क़श्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 42 जवान श़हीद हुए हैं। इन श़हीद जवानों के पार्थिव श़रीरों की पहचान कर ली गई है और उनके पार्थिव श़रीर जल्द उनके पैतृक गांव पहुंचा जाएंगे। सभी जवानों के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया गया है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह श्रद्धाजंलि।
इसी बीच बिहार के भागलपुर निवासी रतन ठाकुर का बेटा भी श़हीद हो गया है। उन्हें अपने बेटे पर गर्व हैं और वे कहते हैं कि वे अपने दूसरे बेटे को भी कुर्बानी के लिए तैयार करेंगे, लेकिन पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए। उनका ये हौसला उन नागरिकों को भी एक संदेश देता है जो सदमे से उभर नहीं पा रहे।
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों में से बिहार के भागलपुर के रतन ठाकुर भी शामिल थे। उनके पिता को जब अपने बेटे की शहादत की खबर मिली तो वह पिता बेसुध हो गए। वह कहते हैं, 'मैं देश की मातृभूमि की सेवा में एक बेटा खो चुका हूं। मैं अपने दूसरे बेटे को भी मातृभूमि की खातिर लड़ने और कुर्बान होने को तैयार रहने के लिए भेजूंगा लेकिन पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए।'