मेरठ के रहने वाले BSF जवान की बुधवार रात को हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। यह जवान 15 दिन पहले पंजाब में हुए आतंकी हमले में घायल हो गया था। शहीद का पार्थिव शरीर को शुक्रवार सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचाया गया। इस दौरान कोई भी स्थानीय पुलिस अधिकारी न ही प्रशासन की ओर से भी कोई कर्मी शहीद को सलामी देने नहीं पहुंचा।
गौरतलब है कि किठौर में गोविंदपुर- शकरपुर निवासी बीएसएफ में तैनात सनोज पुत्र नवाब सिंह 8 नवंबर की रात को पेट में गोली लगने से घायल हो गए थे। वह पंजाब के जलालाबाद में बीएसएफ की 118 बटालियन में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे।
बीती 8 नवंबर की रात को ड्यूटी पर तैनात जवान आतंकी हमले में गोली लगने से घायल हो गए थे। उस समय उन्हें जलालाबाद के एक सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार नहीं होने की वजह से उन्हें किसी दूसरे नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार की रात उन्होंने दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि सपा नेता अतुल प्रधान और परिवार के लोग बीएसएफ जवान को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग पर अड़े हुए हैं।