उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की सुरक्षा को लेकर सीबीआई ने विशेष अदालत में अपनी रिपोर्ट दाखिल की है। सीबीआई ने कोर्ट को बताया है किउन्नाव रेप केस की पीड़िता की जान और उसके परिवार को 'A कैटेगरी' का गंभीर खतरा है। पीड़िता और उसके परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया देनी चाहिए। इस पर कोर्ट ने यूपी सरकार को पीड़िता और उसके परिवार को वहां किसी सुरक्षित स्थान पर या पड़ोसी राज्य में भेजने के संबंध में उठाए जाने वाले संभावित कदमों पर एक रिपोर्ट दाखिल करने को कहा।
मामले की सुनवाई करते हुए जिला न्यायाधीश धर्मेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को एक हफ्ते के भीतर एक रिपोर्ट दाखिल कर दुष्कर्म पीड़िता, उसकी मां, दो बहनों और भाई को सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताने को कहा है। पीड़िता को 28 जुलाई को एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। बहन और भाई के साथ उसकी मां अभी दिल्ली में उसके साथ है।
अदालत अब 24 सितंबर को दुष्कर्म मामले पर सुनवाई करेगी
अदालत ने राज्य सरकार को पीड़िता और उसके परिवार की जिंदगी और आजादी की रक्षा के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी अवगत कराने का निर्देश दिया है। अदालत अब 24 सितंबर को दुष्कर्म मामले पर सुनवाई करेगी। इसी से जुड़े एक अन्य मामले में, अदालत ने उन्नाव पीड़िता के पिता का उपचार करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ जांच शुरू करने से सीबीआई को निर्देश देने से मना करते हुए कहा कि मामला चलाना सीबीआई का विशेषाधिकार है।