शिक्षक बनने के इच्छुक नौजवानों को केंद्र सरकार ने भारी राहत दी है। हाल ही में काउंसिल की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अब उन्हें हर सात साल बाद टीईटी पास करने की जरूरत नहीं होगी बल्कि एक बार टीईटी पास करने पर आजीवन मान्य रहेगी। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन के चैयरमैन ने कहा कि अब टीईटी को जीवन भर के लिए मान्य कर दिया गया है। पहले यह सिर्फ सात साल के लिए मान्य होती थी। यह व्यवस्था पूरे देश में लागू होगी। नई व्यवस्था आगे आयोजित होने वाली टीईटी परीक्षाओं के लिए लागू होगी। जो छात्र पहले ही टीईटी पास कर चुके हैं, उनके मामले में एनसीटीई ने कहा कि वह कानूनी सलाह लेकर फैसला लेगी।
बता दें कि शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद उच्च शिक्षा की भांति स्कूल शिक्षा में भी नेट की तरह ही टीईटी का प्रावधान किया गया। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा UP-TET पांच साल के लिए मान्य होती है। सीटीईटी की वैधता आजीवन होने के कारण यूपी-टीईटी में भी इसकी मांग उठ सकती है। सीटेट के पहले के नियमों के अनुसार सीटेट सर्टिफिकेट की वैधता 7 साल यानि कहा जाए तो रिजल्ट डेट के बाद से उसके आगे 7 साल तक की रहती थी। लेकिन अब यह आजीवन मान्य रहेगा।