चीन ने गुरुवार को कहा कि भारत को सीमा पर शांति कायम रखने की इच्छा अपने कामों से दिखानी चाहिए। चीन ने दावा किया कि सीमा पर उसकी तरफ से एक सड़क बनाने के प्रयासों को रोकने के लिए डोकलाम क्षेत्र में 48 भारतीय सैनिकों के पीछे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
एक बयान में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि भारतीय पक्ष का रवैया गैर जिम्मेदाराना और लापरवाह लगता है। शुआंग ने कहा कि अभी तक डोकलाम क्षेत्र में 48 भारतीय सैनिक और एक बुलडोजर तैनात है। उन्होंने इसे चीन की सीमा में घुसपैठ बताया। हालांकि भारत कहता है कि यह क्षेत्र भूटान का है। गेंग ने कहा कि सीमा के पार भारत की तरफ अब भी बड़ी संख्या में सैन्य बल मौजूद है।
चीनी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सड़क बनाने की योजना के संबंध में उसके 18 मई और 8 जून के अग्रिम नोटिसों का कोई जवाब दिए बिना भारत ने सड़क निर्माण रोकने के लिए 18 जून को अपने सैनिक भेज दिए।
यही नहीं, भारतीय पक्ष सड़कों का निर्माण कर रहा है और सीमा पर भारतीय क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैन्य बलों की तैनाती कर रहा है। यह किसी भी दृष्टि से शांति के लिए नहीं है। हालांकि, चीनी प्रवक्ता ने अपनी सीमा में सड़कों के निर्माण को सामान्य गतिविधि बताते हुए उसे पूरी तरह कानूनी और वैध करार दिया।