कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला किया है। क्रिसमस और नए साल के जश्न में किसी भी तरह के जमावड़े पर रोक लगा दी गई है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं। इनमें जिलाधिकारियों को दिल्ली में उन क्षेत्रों की पहचान करने को कहा गया है जो कोविड-19 सुपरप्रेडर बन सकते हैं।
डीडीएमए ने अपने आदेश में सभी जिलाधिकारियों और डिस्ट्रिक्ट डीसीपी को सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि राजधानी में क्रिसमस या नए साल पर कोई जमावड़ा नहीं हो। ऐसे किसी भी कार्यक्रम या ईवेंट की अनुमति न दी जाए जहां लोगों के बड़े पैमाने पर जुटने की संभावना है।
इतना ही नहीं, डीडीएमए ने कड़ाई से इस बात को भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि दुकानों और कार्यस्थल पर लोगों की बिना मास्क एंट्री पर रोक लगाई जाए। मास्क पहने लोगों को ही यहां जाने की अनुमति हो।
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए डीडीएमए ने ये एहतियाती कदम उठाए हैं। सर्दी बढ़ते ही अचानक कोरोना के केसों में बढ़ोतरी से भी सरकार अलर्ट हो गई है। वह हर स्थिति पर गंभीरता से नजर रख रही है।
जिलाधिकारियों को आरडब्लूए के पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं। वे इन पदाधिकारियों से ओमीक्रोन के खतरे के बारे में अधिक जागरूकता फैलाने के लिए कहेंगे। कहा गया है कि मास्क के बगैर कार्यस्थलों और दुकानों में कोई एंट्री नहीं होनी चाहिए। सभी लोगों से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर बनाए रखने की अपेक्षा की गई है।
सभी रेस्टोरेंट और बार में सीटिंग कैपिसिटी के 50 फीसदी तक लोगों की अनुमति होगी। शादी समारोह में 200 लोगों के आने तक की परमिशन होगी। किसी भी तरह के धार्मिक, राजनीतिक, मनोरंजन संबंधी जमावड़े पर रोक लगाई गई है।