देश में कोयले की कमी के चलते सीमेंट की कीमतों में भी भारी उछाल आ सकता है। सीमेंट के उत्पादन में कोयले का कच्चे माल की तरह इस्तेमाल होता है। देश में कमी और आयात के कोयले के बढ़ते दामों के कारण सीमेंट की कीमतें बढ़ सकती हैं।
पिछले कुछ महीनों में आयात के कोयले के दाम 485 डॉलर से 1100 डॉलर तक चड़ गए हैं। डीजल के बढ़ते दामों से भी माल ढुलाई के रेटों में इजाफा देखा गया है। अगर विशेषज्ञों की मानें तो कीमतें 25 रुपये प्रति बैग तक बढ़ सकती हैं। और तो और दक्षिण भारत में कोरोना काल के बाद निर्माण में तेजी आने के बाद सीमेंट प्रति बैग 50 रुपये महंगा हो गया है। उतर भारत में मानसून के चलते अब तक ये तेजी नहीं देखी गई थी। पर अब मौसम के साफ होने और त्यौहारों की वजह से भारी उछाल देखा जा सकता है।
आपको बता दें कि पिछले चार महीनों में 12 से 15 रुपये तक सीमेंट की कीमतें बढ़ चुकी हैं।