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LAC में लंबे वक्त पर तैनाती को लेकर भारत चीन में कोर कमांडर स्तर की बातचीत

समाचार फर्स्ट डेस्क |

लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनातानी के बीच सोमवार को भारत औऱ चीन के बच कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की बातचीत 12 घंटे से ज्यादा चली। 14 कोर चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन, विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव के साथ मोल्डो में आयोजित चीनी पक्ष के साथ बैठक में शामिल हुए।  यह बैठक सोमवार को लगभग 10 बजे सुबह शुरू हुई और 11 बजे रात तक चली।
 
भारत ने चीन के समक्ष पैंगोंग झील और डेपसांग समेत सभी तनावग्रस्त जगहों से वापस जाने की शर्त रखी। भारत का कहना है कि चूंकि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने भारत की जमीन पर घुसपैठ की कोशिश की है, लिहाजा उसे पहले पीछे हटकर सीमा विवाद मामले में गंभीरता दिखानी होगी।

दोनों पक्षों के कोर कमांडर एक महीने से अधिक समय के बाद मिले। आपको बता दें कि दोनों पक्षों के बीच एलएसी पर कम से कम तीन बार गोलीबारी की घटना हुई। बैठक से पहले, शुक्रवार को आखिरी सप्ताह में भारतीय पक्ष के एजेंडे और मुद्दों पर चर्चा की गई और एक उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान इसे अंतिम रूप दिया गया। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने भाग लिया। यह वार्ता ऐसे समय में हुई जब भारतीय सेना ने छह प्रमुख पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया है, जो भारतीय सेना को ऊंचाइयों पर हावी होने में मदद कर रहे हैं।