दिल्ली में पिछले 15 दिन में कोरोना की रफ्तार तेज होने लगी है। शहर में जिस तरह से कोरोना रोगियों की संख्या के साथ पॉजिटिविटी रेट में जिस तरह से बढ़ोतरी हुई है उससे लोगों के मन में चौथी लहर की आशंका तेज हो गई है। शहर में पिछले 15 दिन में एक्टिव रोगियों की संख्या में 269% की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1729 पहुंच गए हैं। दिल्ली में दो हफ्ते पहले की स्थिति पर नजर डालें तो पाएंगे कि नए केस 100 से 150 के बीच थे। जबकि पॉजिटिविटी रेट एक प्रतिशत या इससे कम थी।
वहीं, एक्टिव केस 400 के करीब थे। बीते एक हफ्ते में ही दिल्ली में 70 प्रतिशत तक नए केस बढ़ गए। इन सब के बीच दिल्ली में फिर से मास्क को अनिवार्य किए जाने को लेकर चर्चा तेज हो गई है। डीडीएमए की 20 तारीख को होने वाली बैठक में इस पर फैसला लिया जा सकता है। इससे पहले यूपी और हरियाणा ने एनसीआर के जिलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया। आदेश के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, हापुड़ और बुलंदशहर में मास्क पहनना अनिवार्य होगा। हरियाणा सरकार ने भी एनसीआर के चार जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
दिल्ली में सोमवार को कोरोना पॉजिटिविटी रेट 7.72% पहुंच गई जबकि 501 नए मरीजों की पुष्टि हुई। पिछले 24 घंटे दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट में 3.51% का इजाफा हुआ। हालांकि, अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या अभी भी कम है। रविवार तक दिल्ली में कोरोना के 37 मरीज एडमिट थे। सोमवार को इसमें तीन की बढ़ोतरी हुई। वहीं, सोमवार को सिर्फ 6492 सैंपल की जांच की गई और 290 मरीज रिकवर हुए। दिल्ली में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या 1729 हो गई है।
दिल्ली में कोरोना के मामले भले ही बढ़ रहे हैं लेकिन टेस्ट की संख्या पिछले दो महीने में काफी कम हो गई है। जनवरी, फरवरी में जहां रोजाना 60 से 70 हजार कोरोना टेस्ट हो रहे थे, वहीं, यह संख्या अब घटकर 5 से 15 हजार के बीच सिमट गई है। वीकेंड में तो टेस्ट की संख्या में काफी कमी देखने को मिल रही है। रविवार को दिल्ली में महज 6492 कोरोना टेस्ट किए गए। वहीं, रविवार को कोरोना टेस्ट की संख्या 12,270 थी। इस सप्ताह में गुरुवार को 9275 टेस्ट हुए थे। वहीं शुक्रवार को 8646 टेस्ट हुए।