देश आज 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौक़े पर दिल्ली के राजपथ पर हर साल की तरह परेड आयोजित हुई। इसमें ब्राज़ील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो मुख्य अतिथि थे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परेड की सलामी ली। 90 मिनट की परेड में देश की सैन्य के साथ-साथ सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति नज़र आई।
बड़ी संख्या में दर्शक राजपथ पर मौजूद रहे और परेड में देश की विविधता दिखी। इस बार की परेड में बहुत सारी चीज़ें पहली बार हुईं। साथ ही पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों की झांकियां इसमें पेश नहीं हो सकीं क्योंकि केंद्र ने उनके झांकी के विचार को ख़ारिज कर दिया था।
बोलसोनारो कौन हैं, जो हैं 71वें गणतंत्र पर भारत के मुख्य अतिथि
बोलसोनारो की यह पहली भारत यात्रा है। गणतंत्र दिवस से पूर्व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राज़ील के राष्ट्रपति बोलसोनारो ने एक-दूसरे से मुलाक़ात की। दोनों नेताओं के बीच 15 समझौते हुए। ये समझौते स्वास्थ्य, जैव ऊर्जा सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, भू-गर्भ और खनिज संसाधनों सहित अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हुए। ब्राज़ील के राष्ट्रपति बोलसोनारो की गिनती अति दक्षिणपंथी नेता के तौर पर की जाती है। उन्हें ब्राज़ील का ट्रंप भी कहा जाता है।
बोलसोनारो पूर्व सेना प्रमुख रह चुके हैं और वे ख़ुद की छवि ब्राजील के हितों के रक्षक के तौर पर पेश करते हैं। महिला विरोधी बयान देने वाले बोलसोनारो ने जब चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी तो उनके विरोध में कई रैलियां की गईं। अक्टूबर साल 2018 में आए नतीजों ने उन्हें शीर्ष पद पर बिठा दिया। 64 साल के ज़ायर बोलसोनारो अपने बयानों को लेकर विवादों में रहते हैं। वे गर्भपात, नस्ल, शरणार्थी और समलैंगिकता को लेकर भड़काऊ बयान दे चुके हैं।