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प्रचंड तूफान में बदला चक्रवात ‘फेनी’, दक्षिणी भारत अलर्ट पर

समाचार फर्स्ट डेस्क |

चक्रवाती तूफान 'फैनी के अगले 36 घंटों में प्रचंड तूफान की शक्ल लेने की संभावना है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 1 मई की शाम तक यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। विभाग ने फनी के कारण केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा के इलाकों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश का भी पूर्वानुमान जताया है। उधर, ओडिशा राज्य आपदा प्राधिकरण ने इस तूफान को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है। भारतीय नौसेना के साथ एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बल को भी अलर्ट पर रखा गया है।

उधर, केंद्र सरकार की भी लगातार इस पर नजर है। सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को चक्रवाती तूफान ‘फनी’ के लिए तैयारियों का जायजा लेने के निर्देश दिए थे। वहीं गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ‘फनी’ चेन्नै से 880 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में था और 30 अप्रैल से खतरा बढ़ने की आशंका है। तूफान का उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक ओडिशा क्षेत्रों और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में तीन और चार मई को भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलो में भी मौसम विभाग ने फनी चक्रवात के कारण भारी बारिश की संभावना जताई है।

1 से 3 मई तक चलेंगी तेज हवाएं

इसके अलावा मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 1 मई से 3 मई तक बंगाल की खाड़ी से लेकर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर तेज हवाएं चलेंगी। बता दें कि चक्रवात फनी के कारण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में प्रशासन सतर्क है। जिला प्रशासन अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। कृष्णा जिला को पहले ही हाई अलर्ट किया जा चुका है। फिलहाल, मछुआरों के समुद्र में न जाने से अधिकारियों को राहत है।

3 मई तक अलर्ट पर दक्षिण के राज्य

विभाग ने यह भी कहा है कि भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में हवा की रफ्तार बढ़कर अधिकतम 145 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। इन क्षेत्रों के समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठती देखी गईं। मौसम विभाग के मुताबिक, पुडुचेरी के साथ-साथ तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की स्थिति 3 मई तक ठीक नहीं होगी। इसे लेकर ओडिशा राज्य आपदा प्राधिकरण (OSDMA) ने भी अलर्ट जारी किया है।

बंदरगाहों पर वॉर्निंग सिग्नल नंबर 2 जारी

ओसडीएमए ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन टतीय इलाके में समंदर के बहुत अंदर न जाएं और सावधानी बरतें। इससे पहले विशाखापट्टनम साइक्लोन वॉर्निंग सेंटर के हायमा रॉव ने बताया था कि सभी बड़े बंदरगाहों मछलीपट्टनम, कृष्णट्टनम, निजमापट्नम, विशाकापट्टनम, गंगावरम और काकीनंदा पर वॉर्निंग सिग्नल नंबर दो जारी किया गया है।