मानसून सत्र के दूसर दिन मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन से सीमा विवाद के मुद्दे पर लोकसभा में बयान दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वार्ता के बीच में चीन भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की। जिसका भारतीय सैनिकों ने मजबूती से जवाब दिया और घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। एलएसी पर चीन ने भारी मात्रा में सैनिकों को तैनात किया और समझौतों का उल्लंघन किया। जिसके कारण सीमा पर फेसआफ की स्थिति बनी।
उन्होंने कहा कि हमारी सेना ने कभी समझौतों का उल्लंघन नहीं किया। अभी जो स्थिति बनी हुई है, वह काफी संवेदनशील है। इसलिए मैं चाहकर भी पूरी स्थिति का ब्यौरा अभी नहीं दे पाऊंगा। गलवान घाटी में हमारे सैनिक शहीद हुए और चीन को भी भारी क्षति हुई। भारत यह चाहता है कि पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध रहें, लेकिन कोई हमारी संप्रभुता पर हमला करना चाहेगा तो हम जवाब देना जानते हैं। मास्को में चीन के साथ हुई वार्ता में मैंने उन्हें इस बात से अवगत करा दिया। संसद को मैं यह बताना चाहता हूं हमारी सेना हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है और हमारी सेना का हौसला बुलंद है और हमें उनपर गर्व है।