दिवाली की देर रात दिल्ली की हवा में प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ गई जिससे एयर क्वालिटी ‘खतरनाक स्तर’ पर पहुंच गया. राजधानी दिल्ली के कृष्णा मेनन लेन व रेलभवन समेत जनपथ पर पसरे धुंध ने हवा के जहरीले होने का संकेत दे दिया. गुरुवार देर रात हवा की गुणवत्ता Pm2.5 मापी गई जो सबसे खराब स्तर है.
पटाखों पर दिल्ली सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद दिवाली के मौके पर देर रात तक लोग पटाखे चलाते रहे और हवा को जहरीला बनाने में पूरा योगदान किया. आसमान में धुएं का गुबार भर गया और दृश्यता काफी कम हो गई. नतीजतन अनेकों लोगों को गले में खुजली और आंख में जलन जैसी परेशानी का सामना करना पड़ा.
जहां तक पराली की बात है तो इसके जलने से निकलने वाला धुआं भी परेशानी का सबब बनता जा रहा है. 6 नवंबर तक इसके और बढ़ने की आशंका है. सफर ने पहले ही अनुमान लगाया गया था कि 4 से 6 नवंबर तक दिवाली के पटाखों के प्रदूषण के अलावा पराली का प्रदूषण भी 20 से 38 फीसद तक असर दिखा सकता है.
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