भारत और चीन के बीच एक बार फिर सीमा पर तनाव बढ़ गया है। बुधवार को भारत और चीन के सैनिकों के बीच पैंगोंग झील के पास धक्का-मुक्की हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों सेनाओं के बीच ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग के बाद मामला शांत हुआ।
सूत्रों के अनुसार, 134 किलोमीटर में फैली पेंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच धक्कामुक्की शुरू हुई। इस झील का दो तिहाई हिस्सा चीन के नियंत्रण में है क्योंकि इसका फैलाव लद्दाख से लेकर तिब्बत तक फैला हुआ है।
जब भारतीय सैनिक अपने इलाके में गश्त पर थे तब उनका सामना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों से हुआ। भारतीय सैनिकों ने उनकी उपस्थिति पर कड़ी आपत्ति जताई। जिसके बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच धक्कामुक्की हुई। तनाव इतना बढ़ गया कि भारत और चीन ने उस क्षेत्र में अपने अतिरिक्त सैन्यबलों को तैनात कर दिया। बुधवार शाम तक दोनों तरफ सुरक्षबल एक दूसरे के सामने खड़ी रहे।
तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं के बीच ब्रिगेडियर-रैंक की फ्लैग मीटिंग को आयोजित किया गया। इस मीटिंग में पहले से स्थापित द्विपक्षीय तंत्र के अनुसार तनाव को कम करने के लिए सहमति व्यक्त की गई।
बता दें कि भारतीय सेना और वायुसेना अक्तूबर महीने में अरुणाचल प्रदेश के सीमाई इलाकों में एक संयुक्त युद्धाभ्यास करने जा रही हैं। इस युद्धाभ्यास में लगभग 5000 जवान हिस्सा लेंगे। इस युद्धाभ्यास का आयोजन चीन के साथ पर्वतीय क्षेत्र में युद्ध के दौरान 17 माउंटेन स्ट्राइक कोर को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए किया जा रहा है।