नए कृषि कानूनों के विरोध में आज किसानों ने भारत बंद है। इसका असर कई जगहों पर देखने को मिल रहा है। किसानों के भारत बंद को देखते हुए अलग-अलग राज्यों में सुरक्षा बढ़ाई गई है। दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर बंद को देखते हुए पुलिस तैनात है। साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों में राजनीतिक दल सड़कों पर उतरे हैं। इनके समर्थन में पंजाब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष चरणजीत सिंह ने कहा कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में 8 दिसंबर को चक्का जाम करने का फैसला किया है। परिवहन संघ, ट्रक यूनियन, टेंपो यूनियन सभी ने बंद को सफल बनाने का निर्णय किया है। यह बंद पूरे भारत में होगा।
भारत बंद के मद्देनज़र बिहार सरकार ने सभी पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया है कि अगर प्रदर्शनकारी कानून-व्यवस्था हाथ में लेने की कोशिश करें, तो उनपर सख्त कार्रवाई करें। बिहार में कड़ी सुरक्षा है और कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों पर एक्शन का निर्देश दिया गया है। यूपी के प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन को रोक दिया। भारत बंद के दौरान प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन को रोका और नारेबाजी की।
किसानों के भारत बंद को देखते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। लखनऊ शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पांच या इससे अधिक व्यक्तियों द्वारा जुलूस, धरना-प्रदर्शन, रैली और घेराव पर प्रतिबंध रहेगा। केरल सरकार केंद्र के कृषि कानूनों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी में है। केरल सरकार ने इस हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट में कृषि कानूनों को चुनौती देने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने केंद्र के नए कृषि कानून को लागू न करने का निर्णय किया है। सरकार का कहना है कि कृषि केवल केंद्र के अधीन नहीं है, बल्कि राज्य को भी तय करना है। इस पर केंद्र एकतरफा फैसले नहीं ले सकती है।