देश के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है. 5 नवंबर, 2021 को खत्म हुए सप्ताह में यह 1.145 अरब डॉलर घटकर 640.874 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
इससे पहले 29 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.919 अरब डॉलर बढ़कर 642.019 अरब डॉलर पर पहुंच गया. 22 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 90.8 करोड़ डॉलर घटकर 640.1 अरब डॉलर रह गया था. इससे पहले 15 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में 1.492 अरब डॉलर बढ़कर 641.008 अरब डॉलर हो गया था.
आरबीआई के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 5 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी मुख्य रूप से फॉरेन करेंसी एसेट यानी एफसीए में आई कमी की वजह से हुई जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
रिजर्व बैंक ने कहा कि रिपोर्टिंग वीक में भारत की एफसीए 88.1 करोड़ डॉलर घटकर 577.581 अरब डॉलर रह गई. डॉलर में बताई जाने वाली एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है.
इसके अलावा रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व 23.4 करोड़ डॉलर घटकर 38.778 अरब डॉलर हो गया. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी एमआईएफ में देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट 1.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.287 अरब डॉलर रह गया. आईएमएफ में देश का आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 1.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.228 अरब डॉलर हो गया.