हरिवंश नारायण सिंह को दोबारा राज्यसभा के उपसभापति के रूप चुना गया है। उनके दोबारा उप-सभापति चुने जाने पर सिताबदियारा जश्न में डूबा गया। यह खबर जैसे ही हरिवंश के गांव सिताबदियारा पहुंची तो लोग खुशी से झूम उठे। कई स्थानों पर लोगों ने मिष्ठान वितरण कर एक-दूसरे से खुशियां साझा की। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उच्च सदन की कार्रवाई के दौरान भाजपा सदस्य जेपी नड्डा ने उपसभापति पद के लिए हरिवंश के नाम का प्रस्ताव रखा और उनकी ही पार्टी के थावरचंद गहलोत ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया। सदन में ध्वनिमत से हरिवंश को उपसभापति चुन लिया गया।
इस बार राज्यसभा के उप सभापति पद के चुनाव में दो सांसद आमने-सामने थे। एनडीए की ओर से प्रत्याशी हरिवंश नारायण सिंह थे तो यूपीए ने मनोज झा को प्रत्याशी बनाया था। हरिवंश नारायण सिंह का कार्यकाल इसी साल अप्रैल में पूरा हुआ था, जिससे पहले उन्हें दोबारा निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुन लिया गया था, अब वह दोबारा उप सभापति भी चुन लिए गए। उनके सभापति चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राजद के मनोज झा और विभिन्न दलों के नेताओं ने हरिवंश को बधाई दी और नए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री मोदी सहित अधिकतर नेताओं ने सदन चलाने की उनकी शैली की सराहना की। विपक्ष ने राजद नेता मनोज झा को उपसभापति पद के लिए अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया था। सत्तारूढ़ सदस्यों और विपक्ष के प्रस्तावों के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने ध्वनिमत के आधार पर हरिवंश को निर्वाचित करने की घोषणा की। उच्च सदन में हरिवंश अपने पिछले कार्यकाल में उपसभापति थे। वह एक बार फिर बिहार से उच्च सदन के लिए चुने गए हैं।