Bihar Health Minister Shoe Cover: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को हाल ही में बेगूसराय के सदर अस्पताल में निरीक्षण के दौरान एक अजीबो-गरीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब उन्हें सिर पर हेड कवर की जगह शू कवर पहना दिया गया। 19 अक्टूबर को ब्लड सेपेरेटर यूनिट और टीबी सेंटर का उद्घाटन करने के दौरान यह गलती हुई, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने खुद इस दौरे की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की थीं, जिनमें यह असामान्य दृश्य देखा गया। तस्वीरों में अस्पताल के स्टाफ के सिर पर सर्जिकल हेड कैप है, जबकि मंत्री जी के सिर पर शू कवर नजर आ रहा है। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोग खूब चुटकी ले रहे हैं।
This is Mangal Pandey, Health Minister of Bihar.
The responsibility of Bihar's health is on his shoulders, he comes from Modi ji's family. But he doesn't even know the difference between Shoe Cover and Head Cover.
Therefore, the cover which was supposed to be on the shoes is on… pic.twitter.com/kMrojuTlWd
— Telangana Youth Congress (@IYCTelangana) October 21, 2024
X पर एक यूजर नंदन कुमार ने लिखा, “पैर में पहनने वाला प्लास्टिक से आपको ताज पहना दिया गया है।” वहीं, दूसरे यूजर डीआरएस किरण देव कुमार ने कहा, “बेगूसराय में ऐसा मजाक कौन किया मंत्री जी के साथ।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तीखी रही, लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने इस घटना को लेकर तंज कसा कि “जो जैसा डिजर्व करता है, उसे वैसा ही पहनाया गया।” इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर इस घटना पर स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर कटाक्ष किया और बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
तस्वीर में दिख रहे शख़्स बिहार के मा॰ स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे जी है।
स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने अस्पताल में इन्हें सर्जिकल हेड कवर की बजाय सिर पर शू-कवर पहना दिया। मंत्री जी को भी अंतर मालूम नहीं।
अब आप बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की बस कल्पना करिए। ये बिहार के अब… pic.twitter.com/kFq2t5lIiY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 21, 2024
इस घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग से कोई भी टिप्पणी करने को तैयार नहीं है। सिविल सर्जन ने इस मुद्दे पर कोई बात नहीं की, जबकि एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर इस घटना को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही करार दिया।