बिहार की राजधानी पटना में बारिश ने बाढ़ का रुप धारण किया हुआ है। पटनावासियों ने थोड़ी राहत की सांस ली है, क्योंकि बारिश थम चुकी है और ऊंची जगहों से जलजमाव हटने लगा है। लेकिन लोगों की मुसीबतों को चेहरों पर देखा जा सकता है। पानी के बहाव में सड़कों पर और गलियों सहित मकानों के अंदर जहां घुस आए कचरे की बदबू फैली हुई है। निचले इलाकों के तमाम मुहल्लों में अभी भी घुटनों से लेकर कमर तक पानी भरा है। वहां वाहनों के जरिए तो दूर की बात है पैदल आना-जाना भी मुश्किल हो रहा है।
पानी निकासी वाले पंप हाउस चालू तो किए गए हैं लेकिन चोक अवरुद्ध हो चुके छोटे-बड़े नाले रुकावट पैदा कर रहे है। सब्ज़ी और फल की आमद नहीं के बराबर है और अधिकांश दुकानें बंद है। सरकारी राहत सामग्री बांटने वाले या आपदा प्रबंधन के लोग कहीं-कहीं ख़ानापूर्ति कर रहे हैं। पानी में फंसे लोगों को बाहर निकलने के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं। काफी लोगों को बचा लिया गया है।