रोहतांग टनल के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी सीसू में जनसभा को संबोधित किया। प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बरसों पहले जब में यहां आता था तो सर्दियों में ये कमी ख़लती थी कि दवाई, पढ़ाई और कमाई कैसे चलेगी। अटल जी ने जब इस बात को जान गए थे तब उन्होंने इसका ऐलान कर दिया था। आज ये टनल बनकर तैयार हो चुकी है जिससे प्रदेश वासियों को ही नहीं देश को भी कई लाभ होंगे। सुरंग के बनने से लाहौल के लोगों के लिए एक तरह से नई सुबह हुई है। पांगी के लिए कुछ समय में सेवाओं का ऐहसास हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों, बागवानों को विशेषता टनल के बनने से लाभ होने वाला है। अब लाहौल के किसानों की गोभी, आलू और मटर की फ़सल बर्बाद नहीं होगी। लाहौल के पहचान चंद्रमुखी आलू का स्वाद मैंने भी चखा है। इसके लिए अब बाजार खुले हैं औऱ सभी का इसकी औऱ रुझान बढ़ेगा। लाहौल के मसाले सहित कई सैंकड़ो जड़ी बूटियां, मसाले के उत्पादन का केंद्र है। ये उत्पादन पूरी देश दुनिया में अपना नाम बनाएगा।
आपको पढ़ाने के लिए लाभ मिलेगा। जो बाहर पढ़ते हैं उनके लिए भी आसानी होगी। पूरे क्षेत्र में पर्यटन को लेकर अपार संभावना है। पर्यटकों के लिए अब चंद्रताल दूर है औऱ न ही स्पीति। लाहौल को नया आयाम मिलने वाला है जो देश के लिए काफ़ी फ़ायदे मंद होगा। जाहिर है कि ये टनल पूरे क्षेत्र के युवाओं को रोजगार प्रदान करने में सहायक होगी। दुकानों, होम स्टे से लेकर गाइड तक रोजगार मिलेगा।
पूर्व सरकारों के दौरान लोगों को अपने नसीब पर छोड़ दिया गया था। लेकिन बीते सालों में नई सोच के साथ काम हो रहा है। सरकार के काम के तरीकों पर बड़ा बदलाव लाया गया है। अब योजना वोट बैंक के आधार पर नहीं बनती, जिसका एक बड़ा उदाहरण लाहौल स्पीति की ये टनल है। हमारी सरकार दलित, पीड़ित सभी को मूल सुविधाओं के देने के लिए काम कर रही है। करोड़ों घरों में नल से पानी घर तक पहुंचाने का काम चल रहा है। बिजली सरकार ने गांव-गांव तक पहुंचाई। आजादी के बाद तक टॉयलेट की सुविधा तक नहीं थी और न ही सिलेंडर की। अब कोशिश रहती है कि हर कबायली इलाके में भी अच्छी सुविधा दी जाए। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना के मुश्किल समय में अपना और परिवार का ध्यान रखने की अपील की।