दिल्ली पुलिस ने अमित शाह की सुरक्षा में इजाफा कर दिया है। उधर सीआरपीएफ ने भी अपनी सुरक्षा बढ़ाते हुए गृहमंत्री अमित शाह की सुरक्षा दोगुनी कर दी है। यही नहीं सीआरपीएफ ने अमित शाह की सुरक्षा में तैनात कमांडो को ब्रीफकेस बैलिस्टिक शील्ड दी है। इस बैलिस्टिक शील्ड का इस्तेमाल प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के जवान करते हैं।
भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के अध्यक्ष जब तक अमित शाह रहे, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के पास रही। लेकिन गृह मंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्री बनने के बाद उन पर ज्यादा खतरा है इसलिए बड़ी सुरक्षा व्यवस्था दी जा रही है। अमित शाह को सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने से पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स और दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा की समीक्षा की है। दिल्ली पुलिस ने इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्री के आवास और उनके काफिले की सुरक्षा में बढ़ा दी है।
वहीं सीआरपीएफ की बात करें तो सीआरपीएफ ने गृहमंत्री अमित शाह को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दे रखी है। सीआरपीएफ ने अमित शाह के गृहमंत्री बनने और गृह मंत्रालय संभालने के साथ ही उनकी सुरक्षा को दो गुना कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में 24 से 30 कमांडो हर वक्त गृहमंत्री अमित शाह की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। गृहमंत्री अमित शाह का घर क्योंकि दिल्ली में आता है, इसलिए घर के बाहर और दिल्ली में मूवमेंट की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के हाथ में है।
क्या है ब्रीफकेस बैलिस्टिक शील्ड?
ब्रीफकेस बैलिस्टिक शील्ड पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड होती है, जो कि ब्रीफकेस खोलते ही ढाल की तरह काम करने लगती है। यह अतिविशिष्ट (VVIP) व्यक्तियों को तत्काल सुरक्षा देती है। असल में ये एक पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड या पोर्टेबल फोल्ड आउट बैलिस्टिक शील्ड होती है, जिसे हमले के दौरान खोला जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक जब भी सुरक्षा बलों को किसी भी खतरे या संदिग्ध गतिविधि का अंदेशा होता है, तो वे बचाव के लिए उस शील्ड को नीचे की ओर झटका देते हैं, जिससे वह शील्ड खुल जाती है। देखा जाए तो यह एक तरह से ढाल का काम करती है। इस ब्रीफकेस नुमा शील्ड में एक गुप्त जेब भी होती है, जिसमें पिस्तौल को रखा जा सकता है।