हड़ताली डॉक्टरों के आगे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी झुक गई हैं। उन्होंने डॉक्टरों से काम पर वापस लौटने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि वह डॉक्टरों की सभी शर्तें मानने को तैयार हैं। हालांकि डॉक्टरों की माफी मांगने वाली मांग पर अभी भी संदेह बरकरार है। ममता बनर्जी ने हड़ताली डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि हजारों लोग चिकित्सा उपचार की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
शनीवार को ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डॉक्टर्स के साथ हुई मारपीट की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द से जल्द सामान्य चिकित्सा सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम एक समाधान तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार सभी जरूरी कदम उठाने के लिए तैयार है। घायल डॉक्टर जिनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है, उसका खर्च भी सरकार उठाएगी। इसके साथ ही सरकार किसी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों ने अपने ऊपर हुए हमले के खिलाफ हड़ताल शुरू की थी। इस हड़ताल का असर देशभर में दिख रहा है। दिल्ली के एम्स समेत देश के 18 बड़े अस्पतालों के डॉक्टर भी हड़ताल पर चले गए हैं। ममता बनर्जी की अपील के बाद भी डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म नहीं किया।
हड़ताली डॉक्टर अपने रूख पर अड़े हैं। लगातार पांचवें दिन डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही। ममता बनर्जी ने चिट्ठी लिखकर हड़ताल खत्म करने की अपील की थी। इसके जवाब में डॉक्टरों ने अपनी मांगों की नई लिस्ट जारी कर दी। हड़ताली डॉक्टर्स ने 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि उनकी मागें नहीं मानी गईं तो रविवार को 14 अस्पतालों में ओपीडी और रुटीन सर्जरी भी बंद होगी।