आज भारत रत्न और मिसाइलमैन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की 89वीं जयंती है। आज पूरा देश उनको स्मरण और नमन कर रहा है। अब्दुल कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति भी रहे और उनका कार्यकाल 2002-2007 था। इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था और 27 जुलाई 2015 को इनका निधन हो गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि डॉ. कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन। राष्ट्रीय विकास के प्रति भारत उनके अमिट योगदान को कभी नहीं भूल सकता, चाहे वह एक वैज्ञानिक अथवा चाहे देश के राष्ट्रपति के तौर पर रहा हो। उनकी जीवन यात्रा लाखों लोगों को शक्ति देती है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिवगंत राष्ट्रपति भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर स्मरण करते हुए कहा कि विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में उनकी अमिट विरासत प्रेरणा का प्रतीक रहेगी। वह एक दूरदर्शी नेता और भारतीय अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रम के वास्तुकार थे, जो हमेशा एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते थे। इसके अलावा कई नेताओं ने उनको जन्मदिन पर स्मरण किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया याद
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी नमन किया। उन्होंने अब्दुल कलाम के जन्मदिन के अवसर पर सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर कहा कि हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए और कभी परेशानियों को हमें खुद को हराने नहीं देना चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न एवं मिसाइल-मैन के नाम से प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। अब्दुल कलाम जी हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं, उन्होंने 21वीं सदी के सक्षम और समर्थ भारत का सपना देखा और इस दिशा में अपना विशिष्ट योगदान दिया।