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रामविलास पासवान के निधन पर राष्ट्रपति कोविंद और PM मोदी समेत कई नेताओं ने जताया शोक

समाचार फर्स्ट डेस्क |

लंबी बीमारी के चलते केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में गुरुवार शाम निधन हो गया। पासवान कई सप्ताह से दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीट्यूट अस्पताल में भर्ती थे और हाल ही में उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी। उनके बेटे और एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस बात की जानकारी दी। आपको बता दें कि रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया में हुआ था। वही उनकी मृत्यु 08 अक्टूबर 2020 को दिल्ली के एक अस्पताल में हुई। रामविलास पासवान के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी समेत देशभर के कई नेताओं ने शोक जताया।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन में, देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया है। वह संसद के सबसे सक्रिय और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले सदस्यों में से थे। वह शोषितों की आवाज थे और हाशिए के कारण थे। आपातकाल विरोधी आंदोलन के दौरान जयप्रकाश नारायण जैसे दिग्गजों से लोकसेवा की सीख लेनेवाले पासवान जी फायरब्रांड समाजवादी के रूप मे उभरे। उनका जनता के साथ गहरा जुड़ाव था और वे जनहित के लिए सदा तत्पर रहे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदना। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मैं शब्दों से परे दुखी हूं। हमारे राष्ट्र में एक शून्य है जो शायद कभी नहीं भरेगा। रामविलास पासवान जी का निधन एक व्यक्तिगत क्षति है। मैंने एक दोस्त, मूल्यवान सहयोगी और किसी को खो दिया है, जो हर गरीब व्यक्ति को यह सुनिश्चित करने के लिए बेहद भावुक था कि वह गरिमा का जीवन जीते हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय राजनीति व केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी कमी सदैव बनी रहेगी और मोदी सरकार उनके गरीब कल्याण व बिहार के विकास के स्वपन्न को पूर्ण करने के लिए कटिबद्ध रहेगी। मैं उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति। वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि रामविलास पासवान जी हमारे बीच नहीं रहे। यह दिल को बहुत दुख देने वाली खबर है। रामविलास जी हमेशा गरीबों, पीड़ितों, वंचितों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए लड़ने वाले थे। सारा जीवन उन्होंने वंचितों, पीड़ितों की सेवा में समर्पित किया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। ॐ शांति।