पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी के किसान अधिकार दिवस पर प्रदर्शन किया और सरकार से किसानों की बात मानते हुए कृषि संबंधी तीनों कानून वापस लेने की मांग की। राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेस पार्टी के किसान विरोधी कानून के खिलाफ यहां जंतर मंतर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और सरकार से किसानों की मांग मानने का आग्रह किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने कई सप्ताह से वहां धरना दे रहे कांग्रेस सांसदों और विधायकों से भी बातचीत की। बता दें कि कांग्रेस कार्यकर्ता देशभर में आज किसानों की आवाज बुलंद करने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा “जब मोदी सरकार किसानों की जमीन छीनने की कोशिश कर रही थी, तब हमने उन्हें रोका। अब मोदी सरकार एक बार फिर से किसानों पर आक्रमण कर रही है। हमारे किसान जो मांग कर रहे हैं उस पर मुझे गर्व है। मैं पूरी तरह से किसानों का समर्थन करता हूं और बराबर उनके साथ खड़ा रहूंगा।”
उन्होंने कहा कि सरकार जिन तीन काले कानूनों को किसान के हित में बता रही है उससे किसान का कोई हित होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा “ये कानून किसानों को मजबूत करने वाले नहीं किसानों को खत्म करने वाले तथा अम्बानी और अडानी की मदद करने वाले हैं। इसीलिए हम किसानों के साथ खडे हैं और खडे रहेंगे। सरकार को इन कानूनों को वापस लेना पड़ेगा।”
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा "मोदी-माया टूट गयी, मोदी सरकार का अहंकार भी टूटेगा लेकिन अन्नदाता का हौसला ना टूटा है, ना टूटेगा। सरकार को कृषि विरोधी क़ानून वापस लेने ही होंगे!"