अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ाने के लिए न नहीं होना चाहिए। हमें इस बात के लिए भी सतर्क रहना होगा कि वहां की नाजुक स्थिति का कोई देश अपने स्वार्थ के लिए एक टूल के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश न करे। प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि जो देश आतंकवाद का राजनीतिक रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत का विकास होता है तब दुनिया बदलीत है, जब भारत बढ़ता है तो दुनिया बढ़ती है। वहीं, कोरोना को लेकर उन्होंने कहा, गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व, 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है। ऐसी भयंकर महामारी में जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं और परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हमारी हजारों वर्षों की महान परंपरा रही है। इस 15 अगस्त को भारत ने अपनी आजादी के 75 वें साल में प्रवेश किया है। हमारी विविधता हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है। एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां है, अलग-अलग रहन-सहन खानपान है। ये सब वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का बेहतरीन उदाहरण है।