बिहार में इन दिनों मौत का डब्बल अटैक हो रहा है। एक और जहां मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से 100 के करीब बच्चों की मौत हो गई है। 15 साल से कम उम्र के बच्चे इस बुखार की चपेट में आ रहे हैं। मरने वाले बच्चों की उम्र एक साल से लेकर सात साल के बीच है। डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी का मुख्य लक्षण तेज बुखार, उल्टी-दस्त, बेहोशी और शरीर के अंगों में रह-रहकर कंपन (चमकी) होना है। बता दें कि बिहार में हर साल इस मौसम में चमकी बुखार का प्रकोप पड़ता है।
वहीं, दुसरी और मौसम भी आग उगल रहा है। यहां गर्मी ने पिछले 53 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बिहार में लू लगने से 161 लोगों की मौत हो चुकी है और ये सिलसिला लगातार जारी है। रविवार को लू से 101 लोगों की जान चली गई। इससे पहले शनिवार को लू लगने से 60 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 300 से अधिक मरीज भर्ती हैं जिनमें दर्जनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मौत पर संवेदना प्रकट की है। उन्होंने लू और बुखार से मरने वालों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। सीएम ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार प्रभावित लोगों के साथ है।