राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तैयार हुए मसौदे पर अगर विचार हुआ तो मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय का नाम बदल जाएगा। इस मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय किया जा सकता है। दरअसल राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए तैयार ड्राफ्ट में इस मंत्रालय का नाम बदलने की सिफारिश हुई है।
पूर्व इसरो प्रमुख के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षतवा वाली कमेटी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ड्राफ्ट को नए मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को सौंपा। नई शिक्षा नीति का प्रस्ताव तैयार होने के बाद देश में अगली शिक्षा नीति किस तरह से होगी, इस पर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
ड्राफ्ट में वर्तमान मंत्रालय को मिनिस्ट्री ऑफ एजूकेशन के रूप में बदलाव करने की सिफारिश की गई है। ताकि शिक्षा और सीखने पर फोकस किया जा सके। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले राष्ट्रीय शिक्षा आयोग में बोर्ड परीक्षाओं की कायापलट से जुड़ी वह योजना अभी पाइपलाइन में रही है, जिसमें अध्ययन और स्थानीय भाषाओं में सीखने की अधिक स्वतंत्रता पर बल दिया जाना है।